Tuesday, 12 August 2014

मार्ग / पथ : धम्मपद से

मार्ग / पथ : धम्मपद से 
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सर्वश्रेष्ठ है
अष्ठ मार्ग 
सब मार्गों में..

सर्वश्रेष्ठ है 
चार सत्य 
सब सत्यों में..

सर्वश्रेष्ठ है 
अनासक्ति 
सब धर्मों में..

जागृत मानव/मानवी 
सर्वश्रेष्ठ
सब मानवों में..


( अष्ठ मार्ग : १.सही कथन २. सही कार्य ३. सही उपार्जन (आजीविका) ४. सही निश्चय ५. सही यथार्थता ६. सही चिंतन ७. सही नजरिया ८. सही मकसद )

(चार सत्य : १. परिस्थिति २. परिस्थिति का कारण ३. उसका उचित निवारण (उपचार) और सुधार ४. विकास का मार्ग )

( अनासक्ति के स्तर पर पहुँचने के लिए बुद्ध का बताया माध्यम मार्ग सहायक होता है . इसका बेसिक है सटीकता को अपनाना--ना तो अधिक ना ही कम, इसे ही उत्तमता कहा जा सकता है. उत्तमता ना तो कसाव में है ना ही दबाव में--उत्तमता है संतुलन और सटीकता में. सटीकता ना तो पूर्ण लगाव में है और ना ही जबरदस्ती किये गए बिलगाव में. सटीकता है समुचित संपर्क.)

( जागृत  मानव या मानवी ना केवल प्रत्यक्ष या प्रकट को देखता है बल्कि वह अनुभूति और विचार को भी समझ सकता है और उसका अवलोकन कर सकता है----इसी को हम समग्र नजरिया कह सकते हैं. बुद्ध की परंपरा में जागृत को सिद्ध भी कहा जाता है.)

Inspiring Sutra from Dhammpad :

Maaggaanam attangiko setto
Sacchhanam chaturo padaa
Virago setta Dhammaanam
Dipaadanam cha chakhumaa 
                    -----------Buddh

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