Saturday 9 August 2014

सिंहावलोकन संबंधों का : (नायेदाजी)

सिंहावलोकन संबंधों का 

[यह रचना विश्व प्रसिद्द  गिटारिस्ट Eric Clapton (Layla, Wonderful Tonight fame) और उसी के सदृश हमारे एक  'फॅमिली फ्रेंड' के जीवन अनुभवों पर आधारित है.]

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पाया है मैं ने 
अपने जीवन व्यवहार में,
एक  प्रतिमान,
जो करता रहा है 
पुनरावृति स्वयं की,
वर्षों वर्षों,
दशकों दशकों.

अनुपयुक्त चुनाव,
संबंधों में,
रही है मेरी विशेषता.
एवं 
यदि कोई,
निष्कपट  व रिजु,
शालीन वा श्लील,
रिश्ते आते थे,
मेरी राह  में,
मैं या तो उन्हे देता था टाल ,
अथवा 
अपने को चुरा लेता था,
आँखमिचौली में 
खुद को बचा लेता था.
अन्यथा 
नज़रें छुपा ,
अपने दंभ या ख़ुशफ़हमी के 
भ्रम को लिए,
भाग लेता था,
अन्य मार्ग पर.

अब में हूँ,
अकेला........
नितांत अकेला !
उस वृक्ष की तरह,
जो रेगिस्तान में,
खड़ा है एकाकी,
तकता रहता है 
दूर दूर  तक.

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