Sunday 3 August 2014

A Man of Fixed Ideas /आबद्ध धारणा धारी (Nazmaa)

A Man of Fixed Ideas /आबद्ध धारणा धारी

(This describes most of us, who by and large live with our fixed ideas and closed minds. Masters help us in becoming open. I took this talk of master as a mirror for me.
Now sharing with you in my words.)


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A man of fixed ideas,
No flexibility,
No exercise of options,
No bother for right time,
No thought of opportunities,
He insists on his idea and
Then frustrated..

He is afraid
He is in tension
He is in fight
Many things may happen
His Idea would be lost in crowd..

He is not open
He is closed and clenched
He is afraid of distraction
With a notion 
He may be vulnerable.

He is not a person at all
He is a mechanism
He is a thing
He is a zombie
He goes on planning 
The future
Missing the present...

(Inspired by a master's talk.)


आबद्ध धारणा धारी
(यह हम में से अधिकांश का वर्णन है जो बंद दिमागों एवम बंधी बंधाई धारणाओं को लिए जिए जाते हैं. मनीषी हमें जागने एवम उदार होने में सहयोग करते हैं अपने मार्गदर्शन द्वारा. एक मनीषी की इस वार्ता को मैंने स्वयं के लिए आइना माना है. आज अपने शब्दों में इस वार्ता को आप से शेयर करते हुए प्रसन्नता हो रही है.)
# # #
एक व्यक्ति 
आबद्ध धारणा धारी,
ना लचीलापन कोई,
ना संधान विकल्पों का,
ना चिंतन उपयुक्त समय का,
ना सोच अवसरों का....

भयभीत वह, 
तनावग्रस्त वह, 
खुद से लड़ता सा वह,
चिंतातुर अतीव :
"हो सकता है बहुत कुछ 
खो सकता है मेरा 
सोचा और धारा."

उदार नहीं वह,
अवरुद्ध एवम जकड़ा हुआ वह,
भयभीत दुचित्तापन से 
संग दुश्चिंता के :
हो सकता हूँ आलोच्य मैं 
द्वारा अन्यों के...

नहीं है एक सजीव मानव वह,
जादू-संचालित शव है वह,
एक वस्तु है वह,
एक यांत्रिक पुतला है वह,
बनाता रहता है जो 
योजनायें भविष्य की,
गंवाते हुए वर्तमान को...

(एक मनीषी की वार्ता से प्रेरित)

(नजमा और आप सब को धन्यवाद देती हूँ, मुझे अवसर मिला मातृभाषा हिंदी एवम उसके साहित्य की सेवा करने का. हिंदी अनुवाद करते समय कुछ रूपांतर इसलिए किया गया है ताकि पाठकों को प्रस्तुति के भाव ठीक से अभिप्रेषित हो सके, इस इस विषय में मुझे मूल लेखिका की अनुमति प्राप्त है. चूँकि निपुण अनुवादक नहीं हूँ, विद्वान पाठक एवम विदुषी पाठिकाएं त्रुटियों के लिए कृपया क्षमा करेंगे, सादर--- अर्पिता गोडबोले )

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