Tuesday 5 August 2014

उस शब की कहानी क्या कहिए : (नायेदाजी)

उस शब की कहानी क्या कहिए
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मत पूछो कि हम पर क्या गुज़री
उस शब की कहानी क्या कहिए.

जन्नत की तमन्ना थी दिल में
दोजख की कहानी क्या कहिए.

सफ़र-ए-जिंदगानी हुआ था शुरू
हुई ख़तम कहानी क्या कहिए.

कहते हैं खुदा  हाज़िर-नाज़िर 
क़ाफ़िर की कहानी क्या कहिए.

दौ कदम चले और साथ छोड़ा 
हमसफर की कहानी क्या कहिए.

औरत ने किया रुसवा औरत को 
औरत की कहानी क्या कहिए.

आँखों में तशनगी देह भूखी 
बंदे की जिंदगानी क्या कहिए.

जब प्यार के के दरिया सूख गए 
आँखों में है पानी क्या कहिए.

जब तुम ना तुम हम हम ना रहे
बातें बेमानी क्या कहिए.

फूलों से नाज़ुक औरत है तो क्या
झाँसी  की वो रानी क्या कहिए.

बुनियाद थी पाक इस  रिश्ते की 
नापाक थी नीयत क्या कहिए.

किया  पैदा मर्द को औरत ने 
औरत की ही ज़िल्लत क्या कहिए.

वहशी और ख़ुदग़र्ज़ बने
मर्दों की यह फ़ितरत क्या कहिए.

मंदिर और  मस्ज़िद की बातें
पत्थर की हकीकत क्या कहिए.

गीता की कहें कहें कुरआन की 
इंसान की अजमत  क्या कहिए.

पोशीदा  रहा जो साँसों में
उस इश्क़ की हालत क्या कहिए.

सजदे  में सर झुकते देखा
ढोंगी की यह आदत क्या कहिए.

मुनसिफ़ की कलम कुछ भी ना कहे 
हाथों में है ताक़त क्या कहिए.

यह जीना भी कोई जीना है
साँसों की घुटन का क्या कहिए.

झांझर जो  पड़ी है पैरों में
ज़ंज़ीर की टूटन क्या कहिए.

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