Nowhere/ना कुत्रापि Nowhere
# # #
Futile was the
Odyssey
Illusion was
Destination,
Meaningless were
All the
Leaderships,
Halting
Every step
I changed
My mentors
Until I realized
I was to
Come back
To self,
Nowhere to go...
ना कुत्रापि (सहरचनाकार : अर्पिता)
# # #
व्यर्थ थी
मेरी यात्रा
भ्रम था
गंतव्य का,
निरर्थक ही तो थे
सकल नेतृत्व ,
रोक कर
प्रत्येक डग अपना,
बदले थे
मार्गदर्शक
मैंने,
जब पर्यंत नहीं
हुआ था
घटित
बोध मेरा,
अरे
नहीं जाना था
मुझ को
कुत्रापि,
बस लौट
आना था केवल
ओर स्वयं के...
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Futile was the
Odyssey
Illusion was
Destination,
Meaningless were
All the
Leaderships,
Halting
Every step
I changed
My mentors
Until I realized
I was to
Come back
To self,
Nowhere to go...
ना कुत्रापि (सहरचनाकार : अर्पिता)
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व्यर्थ थी
मेरी यात्रा
भ्रम था
गंतव्य का,
निरर्थक ही तो थे
सकल नेतृत्व ,
रोक कर
प्रत्येक डग अपना,
बदले थे
मार्गदर्शक
मैंने,
जब पर्यंत नहीं
हुआ था
घटित
बोध मेरा,
अरे
नहीं जाना था
मुझ को
कुत्रापि,
बस लौट
आना था केवल
ओर स्वयं के...
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