Tuesday, 12 August 2014

अष्ट आयामी मार्ग : धम्मपद से

अष्ट आयामी मार्ग : धम्मपद से 

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सही आचरण 
सही करनी 
सही उपार्जन 
तीनों 
अंग शील 
कहलाते  हैं  

शील(आचरण) त्रय
से 
सुनिश्चित होती 
मानव की 
भौतिक शांति .

सही निश्चय 
सही यथार्थ
सही चिन्तन मनन
तीनों 
तहत समाधि  आते हैं.


समाधि (ध्यान) के 
त्रिआयाम से 
होती है घटित 
मानसिक शांति .

सही उदेश्य
सही दृष्टि 
दोनों 
प्रज्ञा की बात बताते हैं.

द्वय कृत्य 
प्रज्ञा (विवेक) के 
करते प्रदत 
वैचारिक शांति . 

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