ऐ ज़िन्दगी तू मुझे ना सताना
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ऐ ज़िन्दगी तू मुझे ना सताना
मेरी कहानी तेरा है फ़साना !! ऐ ज़िन्दगी !!
जो कुछ दिया तू ने, मैंने लिया है
ज़हर भी पिलाया तो उसको पिया है
अब तो तू मुझको अमृत पिलाना !! ऐ ज़िन्दगी !!
बहुत कुछ सहा और कुछ ना कहा है
आँखों से मेरे तो दर्द ही बहा है
तू साथ दे चाहे दुश्मन ज़माना !! ऐ ज़िन्दगी !!
हर मोड़ मेरी परख की घड़ी है
तेरा साथ है तो मुझे क्या पड़ी है
तू संग है तो क्या शहर या वीराना !! ऐ ज़िन्दगी !!
छीना ज़माने ने तू ने दिया जो
ज़ख्म जो मिला मुझको तू ने सिया वो
मेरी इन चौटों को तुम ही सहलाना !! ऐ ज़िन्दगी !!
जब भी कहा मैंने तुमने सुना है
बीच हजारों के मुझे ही चुना है
गुज़ारिश मेरी बस तुम साथ निभाना !! ऐ ज़िन्दगी !!
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ऐ ज़िन्दगी तू मुझे ना सताना
मेरी कहानी तेरा है फ़साना !! ऐ ज़िन्दगी !!
जो कुछ दिया तू ने, मैंने लिया है
ज़हर भी पिलाया तो उसको पिया है
अब तो तू मुझको अमृत पिलाना !! ऐ ज़िन्दगी !!
बहुत कुछ सहा और कुछ ना कहा है
आँखों से मेरे तो दर्द ही बहा है
तू साथ दे चाहे दुश्मन ज़माना !! ऐ ज़िन्दगी !!
हर मोड़ मेरी परख की घड़ी है
तेरा साथ है तो मुझे क्या पड़ी है
तू संग है तो क्या शहर या वीराना !! ऐ ज़िन्दगी !!
छीना ज़माने ने तू ने दिया जो
ज़ख्म जो मिला मुझको तू ने सिया वो
मेरी इन चौटों को तुम ही सहलाना !! ऐ ज़िन्दगी !!
जब भी कहा मैंने तुमने सुना है
बीच हजारों के मुझे ही चुना है
गुज़ारिश मेरी बस तुम साथ निभाना !! ऐ ज़िन्दगी !!
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