Sunday, 3 August 2014

Leaf.../पत्ती...(Nazmaa)

Leaf.../पत्ती...

Leaf...
# # #
Falls the leaf 
From the tree,
stretches the,
Time gap of
Twig and turf,
It's tossed by
Gusts of wind or
Driven by 
Continual storms,
The turmoil of
Movements 
Creates illusion of life,
Descent may take time
Burial even longer
Remains the fact
The leaf is dead
The moment it
Drops from tree.

पत्ती...(हिंदी संस्करण : अर्पिता गोडबोले)
# # #
गिरती है पत्ती
पेड़ से,
होता है 
समयांतर 
शाख और तृणकूट में,
उछाली जाती है 
वह निरंतर 
तीव्र अंधड़ के 
निर्घातों से, 
कंपन 
हलचलों के 
देते हैं भ्रम 
जीवन के 
स्पंदनों का, 
हो सकता है 
अन्तराल
अवरोहण 
एवम 
अंत्येष्टि में,
किन्तु है यही 
ठोस तथ्य,
घटित होती
मृत्यु पत्ती की 
तत्क्षण 
होती है जब 
पृथक वह 
अपने वृक्ष से...

('तृणकूट' से आशय घास की ढेरी से है, और 'निर्घात' आंधी के झोंको-घात-प्रतिघातों को इंगित कर रहा है.)

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