Agreed...
######
My friend !
Agreed
I could not convert
The world into
A garden of
Blooming flowers,
Ya, But
You may agree
At least,
Vanished few thorns
Wherever
I passed through.
मान लो ना...
# # # #
मानती हूँ
मेरे साथी !
मैं नहीं सकी थी
बदल
दुनियां को
खिले फूलों के
एक चमन में,
मगर
मान लो ना
कम से कम
यह तो,
शूल हुए थे
बहुत से कम
पड़े थे पाँव मेरे
जिन राहों पे..
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My friend !
Agreed
I could not convert
The world into
A garden of
Blooming flowers,
Ya, But
You may agree
At least,
Vanished few thorns
Wherever
I passed through.
मान लो ना...
# # # #
मानती हूँ
मेरे साथी !
मैं नहीं सकी थी
बदल
दुनियां को
खिले फूलों के
एक चमन में,
मगर
मान लो ना
कम से कम
यह तो,
शूल हुए थे
बहुत से कम
पड़े थे पाँव मेरे
जिन राहों पे..
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