Saturday, 24 November 2018

आग्रह और आत्म लघुता...,,

आग्रह और आत्मलघुता : ' ए नोट टू माईसेल्फ'
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जीवन के कटु, मधुर,स्नेहिल,आश्चर्य मिश्रित अनुभवों से कुछ बातें तुरत मस्तिष्क में आती रहती और कुछ बातें पढने के दौरान मन को छू जाती है....कई समय वो ही कविता का रूप ले लेती है.

आग्रह,,,,,

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साथ रहते हुए
स्नेह ,आकर्षण और
स्वामित्व की भावनायें
हो जाती है
उमड़ते उफनते
समुद्र के ज्वार के सदृश
बढ़ता जाता है
यह लगाव
तूफानी वेग से,
आपसी आदर और सम्मान
प्रतीत होतें हैं
केवल औपचारिकतायें
और
सर्वोपरि हो जाता है
बस समेट लेने का
आग्रह,,,,,

आत्मलघुता,,,,,

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होती है आत्मलघुता
अति-दुखदायी.
हीन-भावना ग्रसित व्यक्ति
करता है अनुभव
यातना
एक रमणीक,
संपन्न,
मनमोहक
वातावरण में भी,,,,

(आत्म लघुता : Low Self Esteem, हीन भावना : Inferiority Complex)


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