Thursday, 11 September 2014

OCEAN AND WAVES / समुद्र और लहरें (नजमा)

OCEAN AND WAVES
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Wind blew,
Appeared the millions of waves,
You called
The waves
The Ocean,
No ocean, no waves,
No waves but the ocean:
The silent Ocean,
The non-waving ocean,
The surface, the waves
A product of an incident
A result of an accident,
Why to cling to surface
I am meant for the depth,
Where the ultimate lives
Where the absolute dwells,
Where I will meet
With my substance..


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बहते ही हवा के
उभर आई थी
लाखों लहरें ,
कहा था सिर्फ लहरों को
समंदर तुमने,
होता नहीं है
कोई अस्तित्व
लहरों का
बिना समुद्र के
किन्तु
रहता है सागर
विद्यमान
लहरों के ना होने पर भी:
शांत सागर ,
बिना लहरों का सागर..

होती हैं
लहरें
बस सतह पर,
उपज एक घटना की
परिणाम
किसी दुर्घटना का ,
व्यर्थ है
चिपका रहना
सतह पर ,
मैं तो हूँ
उन गहराईयों के लिए
जहाँ रहता है
चरम
जहाँ स्थित है
परम
जहाँ मिलती हूँ मैं
अपने तत्व से
अपने सत्व से .....

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