Thursday, 11 September 2014

Let Us Tighten Our Fists / कस लें हम मुठ्ठियाँ अपनी (नजमा)

Let Us Tighten Our Fists /  कस लें हम मुठ्ठियाँ अपनी
Let Us Tighten Our Fists...
# # #
Let us
Tighten
Our fists
To make our
Veins
Slinky
and
Spright...

Then...
Let us
Search for
Our efforts
Those have lost
In the soil,
Yesterday...

May be
Some of them
Have
Spread
Their roots
In the virgin land
That became wet
With our
Whole-souled
Sweat and toil...

*************
क्यूँ न
कस लें हम
मुठ्ठियाँ अपनी
करने हेतु
नसों को
अपनी
चुस्त और जीवंत

फिर
करें खोज
उन प्रयासों की
खो गए हैं
दब कर जो
विगत की
माटी में

संभव है
उनमें से
किन्ही ने
फैला दी हो
जड़ें अपनी
कुंवारी धरा में
जो हुई थी नम
हमारे
हृदायतः
श्रम और पसीने से ...


-मुदिता

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