Thursday, 20 August 2015

तीसरा कोण : विजया

तीसरा कोण 
+ + + +

(1)

आसक्ति 
विरक्ति 
अनासक्ति 
तीन शब्द 
तीन स्थितियां,,,,

प्रथम दो 
आसक्ति और विरक्ति 
एक से गुणधर्म, 
आसक्ति 
अतिशय लगाव 
विरक्ति 
अतिशय दुराव 
'किसी अन्य से',
विरक्ति 
कुछ और नहीं 
बस विपरीत आसक्ति,,,,

अनासक्ति 
नहीं अपेक्षित 
होना किसी अन्य का,
बस हो जाना 
दृष्टा स्वयं का 
स्वयं के प्रति 
बने रहना दृष्टि का 
स्वयं में स्वयं के लिए 
हो जाना स्वभाव का 
क्रमशः साक्षीभाव,,,,

(2)

त्रिभुज के 
कोण तीन 
आसक्ति 
विरक्ति 
अनासक्ति 
अवलोकन दो का 
स्पष्ट दैन्दिन, 
ओझल किन्तु 
तीसरा,,,

छूटे जिस क्षण 
देखना अन्य को 
होता है घटित 
देखना स्वयं को
होकर साक्षी 
बिना लगाव 
बिना दुराव 
अन्यों के प्रति,
खेलने लगती है
तत्क्षण 
अनासक्ति 
कुशलतापूर्वक
जीवंत खेल 
आसक्ति 
और 
विरक्ति का,,,

बन जाता है 
अभिनय 
जीवन 
और 
जीवन 
अभिनय 
बदौलत 
आलोकित 
तीसरे कोण के,,,

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