Sunday 29 December 2019

अपूर्णताओं में सौंदर्यदर्शन....


अपूर्णताओं में सौंदर्यदर्शन,,,
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१)
सुनो ! याद है ना उस दिन
'किक्कोमन' सिप करते हुए 
उस 'किन्तसुगी बोव्ल' पर अंकित 
पढ़ा था हम दोनो ने :
"बनायी है कीमिया उसने 
मिलाकर हृदय में संगृहित सारे स्वर्ण जालों को,
और सजाया है  उन समस्त अपूर्णताओं को 
छुपाए रखता था जिनको मैं अखिल संसार से."

कहा था उस दिन मैंने 
समझूँगा अब से 'वाबी साबी' को 
देखूँगा ख़ूबसूरती 
कमियों और अपूर्णताओं में,
कहा था तुम ने,
भूल पाओगे क्या तुम अपने 
'ग्रेसो-रोमन' जुनून को 
मारते हो रोज़ डींगें 
साम्यता, सुडौलता और सम्पूर्णता की,,,

मिले थे युगल द्वय नयन 
अपूर्णता की पूर्णता लिए 
कह दिया था सब अनकहा 
सहज मुस्कान ने
हुए थे फिर से तत्पर 
मिलाने को हाथ एक और बार 
हो गए थे जुदा फिर से 
मिलने को फिर एक बार,,,,,

२)

होती है पूर्णता एक मिथक 
एक सापेक्ष भ्रांति 
जो देती है जन्म 
संतुष्टिजनित निष्क्रियता को 
अहमजनित दर्प को...

असफलताएँ 
अपूर्णता 
अभाव 
सहज किंतु अटल और अनिवार्य हिस्से  
हमारी शख़्सियतों के,,,,

नहीं नकार सकते हम 
रिक्ततायें बना देती है 
हमें विश्वासशून्य और डाँवाडोल
आ जाती है आड़े ये 
कुछ भी अर्थपूर्ण एवं रचनात्मक 
कर पाने की राह में,,,

बदलनी है हमें दृष्टि अपनी 
स्वीकार कर 
सौंदर्य अपूर्णता का 
करना होगा हमें 
सौंदर्यीकरण अधूरेपन का,,,

भरना है हमें इन दरारों को
स्वीकार्यता की चपड़ी से 
सजाना है इन्हें 
गरिमा की अभिन्न परतों से 
आत्मविश्वास की मीनाकारी से
देखेंगे हम 
वह 'किन्तसुग़ी' प्याला फिर एक बार..
उस सुन्दरता में बिम्ब अपना  
करते हुये 'सिप' 
'किक्कोमन' फिर एक बार,,,,,

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Notes :
वाबी साबी : जापान के मनीषियों का एक दर्शन जो अपूर्णता को सहज स्वीकारने और उसमें सौंदर्य देखने का जज़्बा सुझाता है.

किक्कोमन : जापानी रेड वाईन

ग्रीसो रोमन : यूनान और रोम की सभ्यताओं और संस्कृतियां
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Description
In traditional Japanese aesthetics, wabi-sabi (侘寂) is a world view centered on the acceptance of transience and imperfection. The aesthetic is sometimes described as one of beauty that is "imperfect, impermanent, and incomplete".
“Sabi” is translated to “taking pleasure in the imperfect.” The concept of wabi-sabi, is wide and almost impossible to distill in a single post, but caneasily be applied simply to moments of everyday life.
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Greco-Roman : Denotes the cultural effects of Greek and Roman Culture on all walks of life where the craving and emphasis is on perfection.

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