Monday 23 February 2015

यादें और पाती

यादें और पाती ( आशु रचना )
#######
यादों में खोयी 
विरहन धरा को 
इंतज़ार था 
पीव की पाती का ,
आसमां था मानो
स्क्रीन लेप्पी की
हो गया था
घनघोर काला
शायद
हाईबर्नेशन या
पॉवर सेविंग
मोड में आकर
किसी की क्लिक या
हरक़त छुअन की से
दिखने लगा था
सितारों के हिज्जों में
लिखा मज़मून
जो भेजा था
प्रीतम सूरज ने
अपने आने की
खबर देते हुए...

No comments:

Post a Comment