Sunday, 19 January 2020

दिमाग़ और दिल : विजया



दिमाग़ और दिल
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दिमाग़ है
सोचने के लिए
दिल है
एहसासात को महसूस करने के लिए
मज़बूत है
ख़्वाहिशें दिमाग़ की
आज़ाद है
तमन्नाएँ दिल की...

दिमाग़ है
क़सूर दिल का
दिल तो है
बद-तरीन संगी दिमाग़ का
दिमाग़ है
बद-तरीन दुश्मन प्यार का
प्यार है
बेहतरीन दोस्त दिल का...

दिमाग़ कहे -
" हाँ "
जब दिल कहे-
"ना"
जब कहे दिमाग़ :
"रुको !"
तो कहे दिल :
"चलते रहो !"

सोचने के लिए है
दिमाग़
महसूस करने के लिए है
दिल
सख़्त है
खवाहिशें  दिमाग़ की
तोड़ देता है मगर दिल
तिकडमें दिमाग़ की....

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