विदुषी का विनिमय सीरीज़
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मेरी इस सीरीज़ की शुरुआत दो तीन कहानियों से हुई. फिर मेरी संगिनी विजया, कुछ और दोस्त और एक प्रकाशक-सह-मित्र के सुझाव आए कि इस सीरीज़ के कथानक को डेवलप किया जाय और इसे एक उपन्यास का रूप दे दिया जाय. इस पर काम जारी है, मैं अपने नोट्स तैयार करता हूँ जब भी मन होता है और सृजन पटल पर शेयर करता रहता हूँ.
मित्र लोगों के कई सवाल होते हैं, कुछेक-आख़िर यह विदुषी है कौन ? आप से इनके क्या ताल्लुक़ात रहे और किस हद तक रहे ? विदुषी की ख़ासियतें बताएँ जिन से आप प्रभावित हुए ? ठीक है जजमेंटल मत होइए लेकिन उसके बहुत से व्यवहारों के कारणों पर उसका/अपना सोच तो बता ही सकते हैं...इत्यादि.
कहानी के किरदार विदुषी में किसी ने ख़ुद को, किसी ने अपनी सखी को देखा, किसी ने कहा मैं फेमिनिस्ट हूँ ना आप यह क्या लिख रहे हैं-(कैसे कहता मैं ने सारे इज़्म देखे हुए हैं)..एक जो वाक़ई शालीन है उसने मुझे गरिमा और एथिक्स का हवाला दिया...एक ने कहा आख़िर आप चाहते क्या है- तिलमिला गई जब मैंने कह दिया - आप से तो कुछ नहीं. मर्द दोस्त विदुषी के और करतब जानने के इच्छुक ऑफ़कोर्स बीयोंड साइकोलॉजी....मुण्डे मुण्डे मतिर्भिन्ना कुण्डे कुण्डे जलम च: , सब को खुश करना असम्भव. दादीसा कहते थे : जन जन का मन राखती वैश्या रहगी बाँझ. मैने तय किया लिखता जाऊँ. जिन्हें अच्छा न लगेगा पढ़ेंगे नहीं या भाग जाएँगे...दोनों में ही अनुकूलता😊
एक मित्र ने जो बड़े तेज़ हैं एक कहानी भेज दी, इस नोट के साथ कि क्या इसमें विदुषी का बिम्ब देखा जा सकता है ? कहानी शेयर कर रहा हूँ.
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Manipulative Skills
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एक प्यासा आदमी एक कुएं के पास गया,
जहां एक जवान_औरत पानी भर रही थी
उस आदमी ने औरत से थोड़ा पानी पिलाने के लिए कहा खुशी से उस औरत ने उसे पानी पिलाया.
पानी पीने के बाद उस आदमी ने औरत से पूछा कि आप मुझे त्रिया चरित्र के मनोविज्ञान के बारे में कुछ बता सकती है ?
इतना कहने पर वह औरत जोर जोर से चिल्लाने लगी बचाओ... बचाओ...
उसकी आवाज सुनकर गांव के लोग कुए की तरह दौड़ने लगे तो उस आदमी ने कहा कि आप ऐसा क्यों कर रही है, तो उस औरत ने कहा ताकि गांव वाले आए और आपको खूब पीटें और इतना पीटे की आपके होश ठिकाने लग जाए.
यह बात सुनकर उस आदमी ने कहा मुझे माफ करें, मैं तो आपको एक भली और इज्ज़तदार औरत समझ रहा था.
तभी उस औरत ने कुएं के पास रखा मटके का सारा पानी अपने शरीर पर डाल लिया और अपने शरीर को पूरी तरह भींगा डाला. इतने देर में गांव वाले भी कुएं के पास पहुंच गए.
गांव वालों ने उस औरत से पूछा कि क्या हुआ ?
औरत ने कहा मैं कुएं में गिर गई थी इस भले आदमी ने मुझको बचा लिया. यदि यह आदमी यहां नही रहता तो आज मेरी जान चली जाती.
गांव वालों ने उस आदमी की बहुत तारीफ की और उसको कंधों पर उठा लिया. उसका खूब आदर सत्कार किया और उसको इनाम भी दिया.
जब गांव वाले चले गए तो औरत ने उस आदमी से कहा कि अब समझ में आया त्रिया चरित्र का मनोविज्ञान ?
अगर आप औरत को दुःख देंगे और उसे परेशान करेंगे तो वह आपका सब सुख- चैन छीन लेगी और अगर आप उसे खुश रखेंगे तो वह आपको मौत के मुंह से भी निकाल लेगी.
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मैं इस कहानी को औरत या मर्द के मनोविज्ञान में बाँट कर नहीं देखता. मैं बस यही कहूँगा manipulative skill वाला इंसान चाहे स्त्री हो या पुरुष बहुत कुछ खेल रच सकता है.
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