Tuesday, 15 June 2021

कुछ विवशताएँ : निहारिका की कविता का भावानुवाद

 #AhPoetry


Theme: There must have been some compulsions...

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(हिंदी भावानुवाद के साथ)


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No there weren't!

No compulsions,

No obligations,

Instead, I chose....


And once chosen,

I am accountable,

Better responsible,

Highly aware....


Alternatives abundant,

Decision solidarity,

No cribbing,

Hence no weeping....


Either it's your own good,

Or someone else's,

Debts carried n brought forward 

Karma is justified....


No there weren't!

No compulsions,

No obligations,

Instead, I chose....


 - Niharika Jain 


हिंदी भवानुवाद विजया आंटी और विनोद अंकल द्वारा 

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था नहीं ऐसा कुछ भी 

ना थी कोई विवशता 

ना थे कोई दायित्व भी 

प्रत्युत है चुनाव मेरा ही....


एक बार चुन लिया जो

देना उत्तर मुझ को को ही 

बेहतर है ले लूँ ज़िम्मा 

जागृत भरपूर चैतन्य मैं....


विकल्प हैं बहुतेरे 

निष्ठा है संग संकल्प के 

ना कोई वृथा आलोचन

ना ही प्रलाप और क्रंदन...


घटि  है स्वहित हेतु 

या निमित किसी परहित को 

रिन बंधन निरंतर अग्रेसित 

कर्म सदा न्यायोचित 


था नहीं ऐसा कुछ भी 

ना थी कोई विवशता 

ना थे कोई कर्तव्य दायित्व 

प्रत्युत चुनाव मेरा ही...

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