vinod's feels and words

Sunday, 29 March 2015

जीवनांशी : विजया

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जीवनांशी  + + + + + (अंशी शब्द के दो अर्थ है--पहला है 'भागीदार'और दूसरा है 'सम्पूर्ण'/'सामर्थ्यवान' रचना के प्रथम ब...

वीनस

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वीनस  # # # #  सुना है  तेरे गाँव में बारिश हो रही है  और  तू भीग कर  फिर से 'वीनस' हो गयी है,  फागुन के एहसास  वक़्त के मोहताज़ नहीं...
Tuesday, 24 March 2015

किस्सा स्वामी आनंद सवाली उर्फ़ भूतपूर्व मवाली का..

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किस्सा स्वामी आनंद सवाली उर्फ़ भूतपूर्व मवाली का.. ########### सुना था उस दिन दरवाजे पे आया था एक सवाली, फटी हुई कथरी थी झोली थी उसकी खाली ...

दामन : विजया

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दामन  + + + क्या संभालेगा वो  सौगातें  जिसके दामन में  छेद है, कैसे लेगा वो खुली साँसे जो खुद खुद में ही कैद है, कहने को बड़ी बातें खेले वो ...

गायें हम तो राग मल्हार

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गायें हम तो राग मल्हार  # # # # #  कैसी जीत और कैसी हार  गायें हम तो राग मल्हार. भीख मांग कर बचपन बीता  सीख मांग जवानी हुए अधेड़ तो लग गया य...

साथ तेरा : विजया

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साथ तेरा + + + + सरल विषम का भेद था मुझको अपरिचित और अनजाना,  साथ तेरा पाकर के साजन अर्थ जीवन का जाना, तुम ने मुझे सिखाया प्रीतम जगना ...
Sunday, 22 March 2015

ख्वाहिशें

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ख्वाहिशें # # # # थी ख्वाहिशे के बुलबुल लेकर आये बुशारत कोई, वो मेरा बुग्ज़ था के बुहरान, लगने लगा था बुहतान जो कुछ गुनगुना दिया उसने.. (ब...
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Vinod Singhi
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