Sunday, 30 August 2020

फ़ना,,,



ओंस की 

इस बूँद को ज़रा देखो 

सजी है धज से 

दीवाने से इस फूल पर, 

बड़ी ग़ज़ब वह बूँद थी 

जो हो गयी फ़ना 

ज़मीनी धूल पर,,,

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