Sunday, 3 August 2014

Nonsensical Beast/संज्ञाहीन पशु (Nazmaa)

Nonsensical Beast/संज्ञाहीन पशु

Nonsensical Beast

# # #

Walking
The living human body
But died the humaneness,
Unable to feel
The stench of
The rotten corpse
Lying inside,
Seems
Became accustomed
Lost the love in eyes,
Feelings eradicated
Converted into
Nonsensical
Beast
Just wandering
Here and there
On Two Feet...

संज्ञाहीन पशु (हिंदी संस्करण : अर्पिता गोडबोले)
# # #
चल रहा है 
श्वास निश्वास लेता 
मानव शरीर 
मृत है किन्तु 
मानवपन,
नहीं कर पा रहा 
अनुभव दुर्गन्ध 
सड़े गले शव की
लगता है 
हो गया वो 
आदी इसका, 
खो चुका है प्रेम
उसकी आँखों से,
मिट चुकी है 
संवेदनाएं,
बदल गया है वह 
एक संज्ञाहीन 
पशु में 
जो भटक रहा है
इधर उधर
दो पांवों पर...

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